सर्दी में गांव तक के सफर की मनमोहक पारिवारिक कहानी | Short Story in Hindi with Moral

आज हम Short Story in Hindi with Moral यानि छोटी नैतिक कहानियां हिंदी भाषा में पढ़ेंगे, ऐसी कहानियां जिनको पढ़ने में मज़ा आने वाला है, और साथ ही हम अच्छी बातें भी सीखेंगे, ताकि भविष्य में हम अच्छे व्यक्तित्व वाले इंसान बनें।

हेलस शहर के बीच में, जिसे बर्फ के छोटे टुकड़ों ने सफेद रंग में रंग दिया था, लौरिया नाम की एक छोटी लड़की, उसके पिता, मिस्टर एंडरसन और उनका उत्साही पालतू कुत्ता, फ्रॉस्टी रहते थे। सर्दी के इस मौसम में एक दिन वे लौरिया के दादा-दादी से मिलने के लिए उनके गांव के लिए एक ट्रेन सफर पर निकले।

जैसे ही उन्होंने ट्रेन प्लेटफ़ॉर्म पर कदम रखा, लौरिया की आँखें उत्साह से चमक उठीं। जगमगाती रोशनी से सजी ट्रेन, ऊपर से बर्फ से ढकी, रोमांच से भरे सफर का मानो वादा कर रही थी। फ्रॉस्टी ने उत्सुकता में अपनी पूंछ हिलाई, फ्रॉस्टी नई और चंचल उल्लास से भरी यात्रा के लिए तैयार था।

नोट – यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक यानि मनोरंजन के लिए बनायीं हुई है, इसका असल जिंदिगी से कोई नाता नहीं है।

Short Story in Hindi with Moral
Short Story in Hindi with Moral

आरामदायक डिब्बे के अंदर, लौरिया, उसके पिता और फ्रॉस्टी को खिड़की के पास एक आरामदायक कोना मिला। जैसे ही ट्रेन आगे बढ़ी, लौरिया ने अपना चेहरा शीशे से सटाया और बाहर ठंड मौसम का नज़ारा देखकर आश्चर्यचकित हो गई। फ्रॉस्टी, अपनी नाक खिड़की से सटाकर, हर गुजरते पेड़ और बर्फ के टीले को देखकर खुशी से भौंकने लगा।

मिस्टर एंडरसन आँखों में चमक के साथ, सर्दियों के रोमांच, जादुई जानवरों और परिवार के महत्व की दिल छू लेने वाली कहानियाँ सुनाने लगे। लौरिया, जो अपने पिता और फ्रॉस्टी के बीच में थी, ध्यान से story सुन रही थी और कभी कभी फ्रॉस्टी की एनिमेटेड प्रतिक्रियाओं पर खिलखिला कर हंस देती थी।

ट्रेन का सफर हँसी, गर्मजोशी और पहियों का पटरियों से टकराहट के धुन की सिम्फनी बन गई। लौरिया के पिता ने उसे गर्म कोको से भरा एक थर्मस सौंपा जिसे पीकर उन्होंने मीठी गर्माहट का आनंद लिया जिसने सर्दियों की ठंड को दूर कर दिया।

हर स्टेशन पर, फ्रॉस्टी अपनी हरकतों और दोस्ती वाले व्यवहार से सबको लुभाते हुए यात्रियों का ध्यान आकर्षित करता। लौरिया ने, ख़ुशी से चमकते हुए, फ्रॉस्टी को ट्रेन में नए दोस्तों से मिलवाया, और ट्रेन के डिब्बे में अचानक से एक छोटी पार्टी का आयोजन किया। सबने खूब मज़ा किया।

Kahani In Hindi With Moral

Kahani In Hindi With Moral में आगे जानते हैं कि क्या हुआ, जैसे ही सूरज क्षितिज के नीचे डूबा, आसमान गुलाबी और नारंगी रंग में रंग गया, लौरिया उसके पिता और फ्रॉस्टी सारे अपने-अपने सीट पर कंबल ओढ़कर आराम से सो गए। ट्रेन की कोमल लोरी, फ्रॉस्टी के नरम खर्राटों के साथ मिलकर, उन्हें एक शांत सर्दियों की झपकी में ले गई।

गाँव पहुँचने पर, लौरिया के दादा-दादी ने उन्हें गर्मजोशी से गले लगाकर और स्वादिस्ट सूप के गर्म कटोरे के साथ स्वागत किया। दादा जी ने चुटकुले सुनाएँ तो दादी ने ढेर सारी कहानियां, वह दिन हँसी-मजाक, कहानी कहने, अंगीठी सेकने और सर्दी का आनंद लेने वाला था।

गांव के बगल में ही एक घना जंगल था, जिसमें हिरण, नील गाय, खरगोश, खूबसूरत तितलियाँ रहती थी। लौरिया ने दादा जी से जंगल सैर करने की ज़िद की, जिसकी बातों को मान कर दादा जी ने लौरिया और उसका पालतू कुत्ता, फ्रॉस्टी को साथ लेकर जंगल घूमने गए।

जंगल में उन्होंने एक छोटा सा कैंप बनाया और लकड़ियों में आग लगाकर कुछ घंटे वहीँ पर आराम किये। दादा जी साथ में कॉफी लेकर आये थे, जिसे आग पर गरम कर दोनों ने पिया और रंग-बिरंगी तितलियों को देखते हुए ठंडी का मज़ा लिया।

कुछ घंटे बीत जाने पर वे गांव वापस आ गए और लौरिया ने बड़ी उत्सुकता से दादी और उसके पिता मिस्टर एंडरसन को जंगल के रोमांच की बातें बताई।

सर्दी के इस सफर में लौरिया ने प्यार, हँसी और रिश्तों की अहमियत को अच्छे से समझा। लौरिया के लिए दादा-दादी से मिलना, साथ ख़ुशी के पल बिताना और सर्दी में ट्रेन का सफर सब यादगार बन गया।

अच्छी अच्छी नैतिक कहानी

Moral of the Story

Moral of the Story यही है कि हमारी जिंदिगी में रिश्तों की बहुत बड़ी अहमियत है। लौरिया और उसके पिता की ख़ुशी में बढ़ोतरी की असल वजह लौरिया के दादा जी और दादी जी थीं। इसीलिए हमें ,अपने सारे रिश्तेदारों के साथ अच्छा व्यवहार रखना चाहिए और मिल-जुल कर ख़ुशी से रहना चाहिए।

उम्मीद है मेरी यह स्टोरी आपको पसंद आयी होगी, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में सोशल मीडिया जैसे WhatsApp, Facebook पर इसे शेयर कीजिये। अपना और अपनों का ख़याल रखिये, मिलते हैं ऐसी ही किसी अच्छी नैतिक कहानी में, शुक्रिया।

Leave a Comment