तो आज के इस पोस्ट में हम 10 मजेदार Very Short Story in Hindi with Moral यानि छोटी मगर अच्छी-अच्छी नैतिक कहानियां पढ़ेंगे।
Very Short Story in Hindi with Moral
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तो इसी समस्या का समाधान लेकर हम आ गए हैं Top 10 सबसे छोटी नैतिक कहानियां लेकर, तो अब जल्दी से कहानियों में जाते हैं।
शेर और चतुर खरगोश की कहानी – Small Story in Hindi
एक जंगल में एक क्रूर शेर रहता था। वह रोज़ किसी न किसी जानवर को मारकर खा जाता था। सभी जानवर डर के मारे परेशान थे। एक दिन, एक चतुर खरगोश ने शेर को सबक सिखाने की योजना बनाई। वह शेर के पास गया और कहा, “एक और शेर आया है जो खुद को तुमसे ज्यादा ताकतवर कहता है।”
शेर गुस्से में भरकर खरगोश के बताए कुएँ के पास पहुँचा और पानी में अपनी परछाई देख क्रोधित होकर कूद गया और डूब गया। सारे जानवर खुशी-खुशी जंगल में रहने लगे।
आलसी गधा
एक धोबी के पास एक गधा था जो बहुत आलसी था। वह हमेशा काम से बचने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढता था। एक दिन, धोबी ने उसे सबक सिखाने के लिए भारी सामान लाद दिया। रास्ते में गधा नहर में गिर गया और महसूस किया कि पानी से भार हल्का हो गया। उसने हर बार ऐसा ही करना शुरू कर दिया।
धोबी ने यह चालाकी समझ ली और अगली बार गधे की पीठ पर रूई के बदले नमक लाद दिया। गधा जब पानी में गिरा, तो नमक घुल गया और उसे भारीपन का एहसास हुआ। उसने सबक सीख लिया और आलस्य छोड़ दिया।
सच्ची दोस्ती की छोटी सी कहानी
रामू और श्यामू दो गहरे दोस्त थे। वे हर काम साथ करते थे। एक दिन, जंगल में घूमते समय उनके सामने एक भालू आ गया। श्यामू डर के मारे पास के पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन रामू को चढ़ना नहीं आता था। उसने झटपट ज़मीन पर लेटकर सांस रोक ली। भालू उसे सूंघकर चला गया।
जब श्यामू नीचे आया, तो रामू ने कहा, “सच्चा दोस्त वही होता है जो मुश्किल में साथ दे।” श्यामू को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने रामू से माफी मांग ली।
लोमड़ी और अंगूर
एक बार की बात है, एक भूखी लोमड़ी अंगूरों के गुच्छे को देखकर ललचाई। उसने उछल-उछलकर उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन असफल रही। अंत में, थक हारकर उसने कहा, “ये अंगूर खट्टे हैं!” और वहाँ से चली गई। इस कहानी का Moral यह है कि हमें कभी भी हार मानकर खुद को बहाने नहीं देने चाहिए।

बुद्धिमान कबूतर
एक दिन, एक शिकारी ने बहुत सारे कबूतरों को जाल में फँसा लिया। सभी कबूतर घबराने लगे, लेकिन एक बुद्धिमान कबूतर ने कहा, “अगर हम सब एक साथ मिलकर उड़ें, तो हम बच सकते हैं।”
सभी ने एक साथ पंख फड़फड़ाए और जाल को लेकर उड़ गए। बाद में, उन्होंने अपने दोस्त चूहे से जाल कटवाया और आज़ाद हो गए। यह कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि एकता में शक्ति होती है।
लालची किसान
एक किसान को एक दिन सोने का अंडा देने वाली मुर्गी मिली। वह रोज़ सोने का अंडा पाकर बहुत खुश था। लेकिन जल्द ही वह लालची हो गया और सोचने लगा कि क्यों न सारे अंडे एक साथ निकाल लिए जाएँ। उसने मुर्गी का पेट चीर दिया, लेकिन अंदर कुछ भी नहीं मिला। इस तरह, उसकी लालच ने उसे सब कुछ खोने पर मजबूर कर दिया।
ईमानदार लकड़हारा
एक लकड़हारे की कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। वह बहुत दुखी हुआ। तभी जलपरी प्रकट हुई और उसने सोने व चाँदी की कुल्हाड़ी दिखाकर पूछा, “क्या यह तुम्हारी है?” लकड़हारे ने ईमानदारी से कहा, “नहीं, मेरी तो साधारण कुल्हाड़ी थी।”
उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर जलपरी ने उसे तीनों कुल्हाड़ियाँ दे दीं। इस कहानी से हमें ईमानदारी का महत्व सीखने को मिलता है।
तीन मछलियाँ
एक तालाब में तीन मछलियाँ रहती थीं। पहली मछली बहुत बुद्धिमान थी, दूसरी साधारण थी और तीसरी आलसी थी। एक दिन, मछुआरों ने तालाब में जाल डाला।
बुद्धिमान मछली पहले ही तालाब छोड़कर भाग गई, दूसरी मछली ने मुश्किल से भागने की कोशिश की, लेकिन आलसी मछली पकड़ी गई। इस कहानी का Moral यह है कि हमें हमेशा सतर्क और तैयार रहना चाहिए।
लालची कुत्ता
एक कुत्ते को एक हड्डी मिली। वह उसे मुँह में दबाकर पुल पार कर रहा था, तभी उसने पानी में अपनी परछाई देखी। उसे लगा कि किसी और कुत्ते के पास भी हड्डी है। लालच में उसने भौंकने की कोशिश की, जिससे उसकी हड्डी पानी में गिर गई। इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि लालच का परिणाम हमेशा बुरा होता है।
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चतुर बकरी
एक बकरी पहाड़ पर चढ़ रही थी। तभी उसे रास्ते में एक चालाक भेड़िया मिला, जो उसे खाने की योजना बना रहा था। बकरी समझ गई और बोली, “मुझे खाने से पहले मेरी आखिरी इच्छा पूरी कर दो। मुझे ऊँची चट्टान पर नाचने दो।”
भेड़िया राजी हो गया, और जब बकरी कूदी, वह सीधा दूसरी पहाड़ी पर जा पहुँची और भाग निकली। इस कहानी का Moral यह है कि समझदारी से बड़ी से बड़ी मुसीबत से बचा जा सकता है।