शहर से गाँव जाने वाला एक पुराना कच्चा रास्ता था। उस रास्ते के एक साइड बहुत बड़ा और डरावना जंगल पड़ता था। लोग कहते थे कि रात में उस जंगल में एक चुड़ैल रहती है। जो भी वहाँ से अकेले गुजरता है, वह दोबारा कभी नहीं दिखता। इसलिए सभी गाँव वाले सावधान करते थे कि अँधेरा होने के बाद उस रास्ते पर मत जाना।
ईमानदार लड़का
आरव एक कॉलेज में पढ़ने वाला सीधा-सादा लड़का था। छुट्टियों में वह अपने गाँव जा रहा था। उसकी बस बीच में खराब हो गई, तो वह मजबूरी में उसी डरावने रास्ते से पैदल निकल पड़ा।
शाम हो चुकी थी। हवा पेड़ों के बीच से अजीब आवाजें निकाल रही थी। पत्ते ऐसे हिल रहे थे जैसे कोई छिपकर देख रहा हो। आरव थोड़ा डर गया, पर अपने दिल को समझाता हुआ आगे बढ़ता रहा।
कुछ दूर जाने पर उसे रास्ते के किनारे एक बहुत ही ख़ूबसूरत लड़की खड़ी दिखी। उसके बाल हवा में उड़ रहे थे और उसकी मुस्कान बहुत अजीब सी थी।
लड़की ने मीठी आवाज़ में पूछा,
“इतनी रात में अकेले कहाँ जा रहे हो?”
आरव चौंक गया। उसने कहा,
“मेरी बस खराब हो गई। मैं गाँव जा रहा हूँ।”
लड़की उसके और करीब आ गई।
“जंगल खतरनाक है। चलो, मैं साथ चलती हूँ।”
आरव बहुत ही ईमानदार और सीधा लड़का था, जो सुन्दर लड़की देख तुरंत उसके तरफ मोहित नहीं हुआ।
तुरंत आरव को लगा कुछ ठीक नहीं है। इस सुनसान जंगल में इतनी ख़ूबसूरत लड़की, वह भी रात के समय? उसका मन बेचैन हो गया।
आरव बोल उठा “नहीं-नहीं मैं चला जाऊंगा, तुम बताओ इतने घने जंगल में अकेली क्या कर रही हो?” – आरव ने तंजिया और शक के लहजे में कहा।
चुड़ैल का असली डर
आरव कि ये बात सुनकर चुड़ैल समझ गयी कि ये लड़का तो सही चरित्र वाला है और ईमानदार है, तो मैं इसका कुछ बुरा नहीं कर पाऊँगी।
फिर भी चुड़ैल तो चुड़ैल है।
यह जानते हुए भी कि उसकी चालाकी पकड़ी गयी है, अचानक वह लड़की अजीब तरह से हँसने लगी। कुछ ही सेकंड में उसका शरीर बदलने लगा। चेहरे की खूबसूरती गायब होती गई, बाल बिखरकर लंबे-लंबे हो गए, और उसकी लाल आँखें चमकने लगीं।
अब वह एक भयानक चुड़ैल बन चुकी थी। उसके लंबे नाखून और बड़े-बड़े दाँत देखकर आरव के पैरों तले ज़मीन खिसक गई।

चुड़ैल चिल्लाई,
“बाकी लोग तो मेरी खूबसूरती को देखकर मेरी तरफ खुद चलकर आते हैं। तू मुझसे दूर क्यों भाग रहा है?”
आरव डर के मारे काँप रहा था, पर उसने हिम्मत करके कहा,
“क्योंकि मैं ग़लत चीज़ों के पास नहीं जाता। मेरी नीयत साफ़ है।”
चुड़ैल गुस्से से पागल हो गई। उसने हवाओं को इतना तेज़ कर दिया कि पेड़ जोर-जोर से हिलने लगे। उसकी आवाज़ से पूरा जंगल गूंज उठा।
भयानक पीछा
आरव बिना पीछे देखे भागने लगा। चुड़ैल हवा में उड़कर उसके ऊपर मंडराने लगी। फिर वह चारों हाथ-पैरों पर चलती हुई भेड़िए जैसा दौड़ने लगी। उसकी चीखें आरव के कानों में हथौड़े की तरह लग रही थीं।
आरव पूरी जान लगाकर दौड़ रहा था। तभी उसे दूर गाँव की रोशनी दिखी। वह जोर से चिल्लाया,
“कोई है! मदद करो!”
गाँव के कुछ लोग टॉर्च लेकर उसकी तरफ दौड़े। तेज़ रोशनी देखने के बाद चुड़ैल एक जोरदार चीख मारकर अंधेरे जंगल में गायब हो गई।
आरव डर के मारे वहीं गिरकर बेहोश हो गया।
चुड़ैल की सच्चाई
सुबह जब वह होश में आया, गाँव वालों ने उसे पानी पिलाया और शांत किया। उन्होंने बताया कि कई साल पहले उस जंगल में एक ख़ूबसूरत औरत की रहस्यमय मौत हुई थी। तभी से उसकी आत्मा उसी सड़क पर लोगों को फँसाती है और मार देती है।
गाँव वालों ने बोला,
“तू इसलिए बच गया क्योंकि तू अच्छा इंसान है। चुड़ैल अच्छे लोगों को छू नहीं पाती।”
आरव ने राहत की साँस ली। उसने सोचा कि कभी ज़िंदगी में दोबारा इस रास्ते से नहीं जाएगा।
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क्या चुड़ैल की कहानी खत्म हुई?
शाम होते ही जंगल फिर से चुप हो गया।
अचानक पेड़ों के बीच से एक धीमी सी खतरनाक हँसी सुनाई दी।
चुड़ैल फिर जाग चुकी थी।
अब उसे अगले शिकार का इंतज़ार था।
कहानी से सीख (Moral of The Story)
हमेशा ईमानदार और सही चरित्र वाला इंसान बनो, गलत करने के पीछे मत भागो, गलत का अंजाम हमेशा बुरा ही होता है।
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