यहाँ हम आज टॉप 10 Short Fairies Story in Hindi का मज़ा लेंगे, ये सारी परियों की कहानियां काफी अच्छी नैतिक शिक्षा देने वाली हैं।
1. मेहनती परी
एक घने जंगल में परी रानी “सिया” अपने परिवार के साथ रहती थी। वह बहुत मेहनती थी और हमेशा अपने काम को लगन से करती थी। एक दिन जंगल में सूखा पड़ गया, जिससे पक्षी और जानवर प्यासे रहने लगे। परियों ने सोचा कि वे जादू से पानी ला सकती हैं, लेकिन सिया ने कहा, “हमें खुद हल निकालना होगा।“
सिया ने सबको संगठित किया और पहाड़ों से पानी लाने के लिए छोटी नहरें खोदने का सुझाव दिया। धीरे-धीरे सभी ने मेहनत करके नहर बनाई और पास की नदी का पानी जंगल तक पहुँचा दिया। इससे जंगल फिर से हरा-भरा हो गया और सभी जीवों को पानी मिल गया। इस तरह मेहनत और एकता से समस्या हल हो गई।
2. ईमानदार परी और खोया हुआ हिरन
नील परी एक बहुत ही ईमानदार और दयालु परी थी। एक दिन जंगल में उसे एक छोटा सा हिरन मिला जो अपनी माँ से बिछड़ गया था। नील परी चाहती तो उसे अपने पास रख सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
उसने जंगल में घूम-घूमकर हिरन की माँ को खोजा। बहुत समय बाद उसे हिरन की माँ मिली, जो बहुत परेशान थी। नील परी ने छोटे हिरन को उसकी माँ से मिलवा दिया। माँ हिरन की आँखों में खुशी के आँसू थे। नील परी को बहुत संतोष मिला कि उसने सच्चाई और ईमानदारी से काम किया।
3. धैर्य (सब्र) की परीक्षा
एक परी “माया” को जल्दी काम पूरा करने की आदत थी। उसे लगता था कि बिना रुके और सोचे समझे काम कर लेना अच्छा होता है। एक दिन उसने जंगल में एक सुंदर पौधा देखा और उसे अपने बगीचे में लगाने के लिए उखाड़ लिया।
लेकिन जब उसने उसे लगाया, तो वह सूखने लगा। बड़ी बूढ़ी परी ने कहा, “पौधों को उनकी जड़ों सहित प्यार और देखभाल की ज़रूरत होती है। धैर्य रखो और उसे उखाड़ने की बजाय वहीं देखभाल करो।”
माया ने परी की बात मानी और पौधे को वहीं पानी और खाद देने लगी। कुछ ही दिनों में वह पौधा सुंदर फूलों से भर गया। माया को समझ आ गया कि धैर्य रखना बहुत ज़रूरी होता है।
4. मददगार परी की नेकदिली
जंगल में परी “ख़ुशी” रहती थी। वह हमेशा दूसरों की मदद करती थी। एक दिन उसने देखा कि एक बूढ़ा कछुआ तालाब के किनारे बैठा था। वह बहुत भूखा था, लेकिन तालाब तक पहुँच नहीं पा रहा था।
ख़ुशी ने सोचा कि उसे जादू से मदद करनी चाहिए, लेकिन फिर उसने मेहनत से कछुए के लिए रास्ता बनाया ताकि वह पानी तक पहुँच सके। कछुए ने खुशी-खुशी पानी पिया और ख़ुशी को धन्यवाद दिया। ख़ुशी को एहसास हुआ कि सच्ची मदद वही होती है, जो मेहनत और प्रेम से की जाए।
5. छोटी परी की बड़ी समझदारी
“पंखुरी” नाम की एक छोटी परी थी, जिसे बड़े-बूढ़े अकसर बच्ची समझकर उसकी बात नहीं सुनते थे। एक दिन जंगल में आग लग गई। सब सोच रहे थे कि जादू से आग बुझाई जाए, लेकिन पंखुरी ने कहा, “हम मिलकर तालाब से पानी ला सकते हैं।”

पहले किसी ने उसकी बात नहीं मानी, लेकिन जब आग बढ़ने लगी, तो उन्होंने पंखुरी की सलाह मानी और सबने मिलकर तालाब से पानी लाकर आग बुझाई। उस दिन सबको समझ आ गया कि उम्र छोटी होने का मतलब यह नहीं कि बुद्धि कम होती है।
6. दोस्ती की अनमोल सीख
परियों के गाँव में एक परी “संगीता” थी, जिसे किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। वह हमेशा अकेली बैठकर पढ़ती रहती थी। एक दिन गाँव में एक तूफान आया और सबके घरों को नुकसान हुआ।
संगीता को समझ नहीं आ रहा था कि वह अकेले क्या करे। तभी उसकी सहेलियों ने आकर कहा, “दोस्ती का मतलब है एक-दूसरे की मदद करना।” उन्होंने मिलकर गाँव की सफाई की और सबके घर ठीक करने में मदद की। उस दिन संगीता को समझ आया कि असली खुशी बाँटने से मिलती है।
7. नन्ही परी और मेहनत का फल
गुल परी को हमेशा सबकुछ जल्दी चाहिए होता था। वह चाहती थी कि बिना मेहनत किए ही उसे फूलों का सुंदर बगीचा मिल जाए। लेकिन जब उसने बीज बोए, तो धैर्य नहीं रखा और कुछ ही दिनों में खोदकर देख लिया कि अंकुर निकला या नहीं।
बड़ी परी ने उसे समझाया, “अगर तुम धैर्य रखो और बीजों की सही देखभाल करो, तो ही तुम्हें अच्छे फूल मिलेंगे।” गुल परी ने उनकी बात मानी और हर दिन मेहनत से पानी और खाद डालने लगी। कुछ दिनों बाद सुंदर फूलों का बगीचा खिल उठा।
नोट – परियां और उनके जादू जैसी कोई चीज़ वास्तव में नहीं होती, ये सब कल्पना की चीज़ें हैं जो सिर्फ मनोरजनं के साथ साथ नैतिक शिक्षा के लिए कहानियों में होती हैं।
8. अहंकार (घमंड) का पतन
परियों के गाँव में “रोशनी” नाम की परी थी, जो बहुत घमंडी थी। उसे लगता था कि वह सबसे सुंदर और बुद्धिमान है। एक दिन जंगल में एक बूढ़ा भालू पानी की तलाश में भटक रहा था। रोशनी ने सोचा कि वह ज्यादा बुद्धिमान है और भालू को अनदेखा कर दिया।
लेकिन उसकी सहेली परी “सिया” ने भालू की मदद की और एक सूखे कुएं में थोड़ा पानी डालकर उसे पीने योग्य बनाया। जब रोशनी ने यह देखा, तो उसे अहसास हुआ कि असली सुंदरता और बुद्धिमानी किसी की मदद करने में है, न कि खुद को श्रेष्ठ समझने में।
9. जंगल की सच्ची रक्षक
“वन्या” नाम की परी को जंगल से बहुत प्रेम था। एक दिन कुछ लकड़हारे आए और पेड़ों को काटने लगे। वन्या ने उन्हें रोका और कहा, “अगर तुम सभी पेड़ काट दोगे, तो यह जंगल खत्म हो जाएगा।“
लकड़हारों ने पहले उसकी बात नहीं मानी, लेकिन जब वन्या ने उन्हें दिखाया कि पेड़ों से ही पानी, हवा और फल मिलते हैं, तो वे समझ गए और पेड़ काटना बंद कर दिया। वन्या जंगल की सच्ची रक्षक बन गई।
10. सच्ची खुशी का रहस्य
“दीया” नाम की परी को हमेशा लगता था कि खुशी केवल सुंदर कपड़े और गहनों में है। लेकिन जब उसने देखा कि एक छोटी चिड़िया भूखी है, तो उसने अपनी मिठाइयाँ उसे खिला दीं।
जब चिड़िया ने खुशी से चहचहाना शुरू किया, तो दीया को महसूस हुआ कि असली खुशी दूसरों की मदद करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने में है।
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कहानी से नैतिक शिक्षा – Short Fairies Story in Hindi
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