A grandmother is telling a sweet and morally educational bed time story in Hindi language to her granddaughter before sleeping.
शिक्षा देने वाली छोटी कहानियां बच्चों के अच्छे परवरिश में अहम् भूमिका अदा करती हैं। इसीलिए हमें भी अपने बच्चों को सोने से पहले सीख देने वाली कहानियां सुनानी चाहिए और बच्चों को खुद भी ऐसी कहानियों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अब देखते हैं दादी माँ कौन सी कहानियां सुना रही हैं।
छोटी कहानी शिक्षा देने वाली – नन्ही चिड़िया और सच्ची दोस्ती
दादी माँ धीरे-धीरे पोती के सिर पर हाथ फेरते हुए कहानी शुरू करती हैं।
“बेटा, बहुत समय पहले की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक छोटी-सी चिड़िया रहती थी। उसका नाम गुल्ली था। गुल्ली बहुत चंचल और जिज्ञासु थी। उसे नई-नई जगहों पर जाना और नए दोस्त बनाना बहुत पसंद था।
गुल्ली अपने घोंसले में अकेली रहती थी, क्योंकि उसके माता-पिता बहुत दूर किसी और जंगल में चले गए थे। मगर गुल्ली को अकेलापन महसूस नहीं होता था, क्योंकि वह हर किसी से हंसकर मिलती थी और सबके साथ घुल-मिल जाती थी।
एक दिन, वह जंगल के दूसरे छोर पर उड़ते हुए पहुंची, जहां उसने देखा कि बहुत सारी रंग-बिरंगी चिड़ियाँ खेल रही थीं। गुल्ली बहुत खुश हुई और तुरंत उन चिड़ियों के पास जा पहुँची।
‘हेलो दोस्तों!’ गुल्ली ने खुशी-खुशी कहा।
रंग-बिरंगी चिड़ियों में से एक, जिसका नाम टिन्नी था, वह गुल्ली की तरफ आई और बोली, ‘अरे, तुम कौन हो? हमने तुम्हें पहले कभी नहीं देखा।’
‘मेरा नाम गुल्ली है, और मैं इस जंगल में ही रहती हूँ,’ गुल्ली ने मुस्कुराकर जवाब दिया।
टिन्नी और बाकी चिड़ियों ने गुल्ली का स्वागत किया और फिर सभी मिलकर खूब खेली। गुल्ली को बहुत अच्छा लगा कि उसे इतने सारे नए दोस्त मिल गए थे।”
लालच का दुष्परिणाम
दादी माँ थोड़ा रुककर पोती की ओर देखती हैं, जो बड़े ध्यान से इस bed time story को सुन रही थी। फिर वह आगे कहने लगीं—
“कुछ दिनों बाद, जंगल में एक नई अफवाह फैली कि किसी पेड़ पर एक अनोखा फल उगा है, जो खाने से बहुत ताकत मिलती है। सभी चिड़ियाँ बहुत उत्सुक थीं, और सबने मिलकर तय किया कि वे इसे खोजेंगी।
गुल्ली और उसकी नई सहेलियाँ भी उस फल को ढूंढने निकल पड़ीं। उड़ते-उड़ते वे एक बड़े और पुराने पेड़ तक पहुँचीं, जिसके ऊपर वह अनोखा चमकता हुआ फल लटका हुआ था।
टिन्नी ने कहा, ‘हमें यह फल तोड़ना चाहिए, लेकिन हमें इसे मिल-बाँटकर खाना होगा, क्योंकि दोस्ती का असली मतलब है—एक-दूसरे का साथ निभाना।’
लेकिन गुल्ली को लालच आ गया। उसने सोचा, ‘अगर मैं यह पूरा फल खुद ही खा लूँ, तो मैं सबसे ताकतवर बन जाऊँगी।’
जैसे ही टिन्नी और बाकी चिड़ियाँ फल तोड़ने की योजना बना रही थीं, गुल्ली ने झट से फल पर झपट्टा मारा और उसे अपनी चोंच में दबाकर उड़ गई।
बाकी चिड़ियाँ चिल्लाईं, ‘गुल्ली, यह गलत बात है! हमें इसे मिल-बाँटकर खाना चाहिए।’
मगर गुल्ली ने किसी की बात नहीं सुनी और तेजी से उड़ती चली गई।”
सच्चाई की पहचान | बेड टाइम स्टोरी हिंदी में
दादी माँ पोती के सिर पर हल्के से थपकी देकर फिर से बोलने लगीं—
“गुल्ली बहुत खुश थी। उसने सोचा, ‘अब तो मैं सबसे ज्यादा ताकतवर बन जाऊँगी।’ उसने जल्दी से एक पेड़ की शाखा पर बैठकर वह फल खाना शुरू कर दिया।
मगर जैसे ही उसने पहला टुकड़ा खाया, उसे अजीब सा महसूस हुआ। उसका सिर घूमने लगा, और शरीर में कमजोरी आ गई।
‘अरे! यह क्या हो रहा है?’ गुल्ली डर गई।
वह घबराकर उड़ने की कोशिश करने लगी, लेकिन उसके पंख बहुत भारी हो गए थे। तभी उसने सुना कि एक बूढ़ा उल्लू कह रहा था, ‘यह फल सभी के लिए है, लेकिन जिसने इसे लालच में खाया, उसे इसका नुकसान झेलना पड़ता है।’
गुल्ली की आँखें भर आईं। उसने महसूस किया कि उसने अपने दोस्तों के साथ धोखा किया था।”
अच्छी शिक्षा वाली हिंदी कहानी
अच्छी शिक्षा वाली हिंदी कहानी: दादी माँ पोती को और करीब खींचते हुए बोलीं, “अब गुल्ली बहुत कमजोर महसूस कर रही थी और उसे किसी का सहारा चाहिए था। वह मुश्किल से उड़ते हुए अपने पुराने दोस्तों के पास पहुँची।
टिन्नी और बाकी चिड़ियाँ पहले तो गुस्सा थीं, लेकिन जब उन्होंने देखा कि गुल्ली सच में परेशानी में है, तो उन्होंने उसकी मदद की।
टिन्नी ने प्यार से कहा, ‘हम तुम्हारी मदद करेंगे, लेकिन वादा करो कि आगे से तुम कभी लालच नहीं करोगी और हमेशा दोस्तों के साथ चीजें बाँटोगी।’
गुल्ली ने शर्मिंदा होकर सिर झुका लिया और कहा, ‘मुझे माफ कर दो, दोस्तों। अब मैं समझ गई हूँ कि दोस्ती में स्वार्थ और लालच की कोई जगह नहीं होती।’
सभी चिड़ियों ने मिलकर गुल्ली को जड़ी-बूटी खिलाई, जिससे वह धीरे-धीरे ठीक होने लगी।”
दोस्ती का असली मतलब
दादी माँ ने पोती की ओर देखा और मुस्कुराईं—
“कुछ ही दिनों में गुल्ली पूरी तरह ठीक हो गई। अब वह पहले से भी ज्यादा समझदार और दयालु हो गई थी।
अब जब भी उसे कुछ अच्छा मिलता, वह सबसे पहले अपने दोस्तों के साथ बाँटती। उसने सच्ची दोस्ती का मतलब समझ लिया था।
इसे भी पढ़ें – अरब व्यापारी और चोर की बेड टाइम स्टोरी
इस छोटी Bed Time Story से शिक्षा
ये छोटी कहानी यही शिक्षा देती है कि, गुल्ली ने एक बड़ी सीख ली कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो कठिन समय में साथ देते हैं, और हमें भी हमेशा स्वार्थ छोड़कर दूसरों की मदद करनी चाहिए।
तो बेटा, इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?”
छोटी बच्ची ने मुस्कुराकर जवाब दिया, “हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए और हमेशा अपने दोस्तों के साथ चीजें बाँटनी चाहिए।“
दादी माँ ने खुशी से बच्ची को गले लगाया और कहा, “बिलकुल सही! अब मीठे सपनों में जाओ और हमेशा दिल से दयालु बनो।”
बच्ची ने आँखें बंद कीं और मुस्कुराते हुए गहरी नींद में सो गई।